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जर्मनी: लॉकडाउन में ढील, लगा साइकिलों का जाम



    जर्मनी: लॉकडाउन में ढील, लगा साइकिलों का जाम
          क्या हमारे भी ऐसा कुछ हो सकता है ?

जर्मनी में साइकिल पहले भी लोकप्रिय थी लेकिन जब से कोरोना लॉकडाउन में ढील दी जा रही है, देश में साइकिल का इस्तेमाल बढ़ गया है. पहले जहां कारों का जाम होता था, अब साइकिलें जाम लगा रही हैं. कोरोना वायरस ने दुनिया भर में दहशत पैदा कर दी है. अब कुछ हफ्ते बीतने के बाद माहौल कुछ ऐसा बन गया है कि लोग सुरक्षित भी रहना चाहते हैं और घर से बाहर भी निकलना चाहते हैं. लॉकडाउन में जैसे जैसे ढील दी जा रही है, दफ्तर भी खुलने लगे हैं. दफ्तरों के खुलने से सड़कों पर कारों की और सार्वजनिक परिवहन में लोगों की भीड़ होने लगी है. लॉकडाउन के हफ्तों में बस, ट्राम और ट्रेन एकदम खाली दिखाई देते थे, तो अब उनमें सफर करने वाले लोगों की तादाद बढ़ रही है. जर्मनी में भी सामाजिक दूरी और मुंह और नाक को मास्क से ढकने का नियम है. बसों और ट्रामों में डेढ़ मीटर की सामाजिक दूरी बनाना आसान नहीं. ऐसे में बहुत से लोग सफर के लिए साइकिल का सहारा ले रहे हैं. गर्मी के मौसम में लोग यूं भी साइकिलों का इस्तेमाल शुरू कर देते हैं. दफ्तर आने जाने के लिए न सही, तो शनिवार रविवार को छुट्टी के दिनों घर से बाहर सैर के लिए निकलने के लिए. मस्ती की मस्ती और कसरत भी. बरसात में तो मुश्किल होती है, वरना गर्मियों में साइकिल जैसी सवारी कहां मिलेगी. कोरोना ने लोगों को बहुत परेशान किया है लेकिन अच्छे मौसम की सौगात भी दी है. वहा तो शहरों के बाहर भी साइकिल की लेनें बनी हैं ताकि एक गांव से दूसरे गांव या एक शहर से दूसरे शहर साइकिल से जाने वाले लोगों को कार वाली सड़क का सहारा न लेना पड़े और खुद को जोखिम में न डालना पड़े. शहरों के अंदर भी साइकिल चलाने वालों के लिए अलग लेन बन रही है, मोटरगाड़ी की लेनों में कमी की जा रही है. इसका एक मकसद शहरों के बीच से कारों को कम करना और इस तरह से पर्यावरण पर कार्बन डाय ऑक्साइड का दबाव भी कम करना है. जर्मनी का टूरिस्ट साइकिल नेटवर्क 75,000 किलोमीटर लंबा है. चलो हम अपने देश की बात करते है यहाँ तो सिर्फ साइकिल चलाने वाले को lower middle क्लास का ही माना जाता है. साइकिल चलाने वालों के लिए अलग लेन तो छोड़ ही दो. जैसे बाज़ार में ई-बाइक की मार्किट बड़ी हैं ,क्या ऐसे ही ई- साइकिल को भी मार्किट में उतारा जा सकता है ? कौन करेगा पहल
सरकारी तंत्र या फिर हम में से कोई एक


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